वाक्यगत अशुद्धियाँ और उनका निवारण

भाषा की शुद्धता बनाए रखने के लिए यह आवश्यक है कि हम बोलते और लिखते समय व्याकरण के नियमों का सही पालन करें। वाक्य में अशुद्धियाँ कई प्रकार की हो सकती हैं:

वाक्य शुद्धि-वाक्यगत अशुद्धियाँ और उनका निवारण

I. वर्तनी संबंधी अशुद्धियाँ (Spelling Errors)

परिभाषा: जब वाक्य में प्रयुक्त किसी शब्द को उसकी सही मात्रा, वर्ण-क्रम या रूप में न लिखकर गलत तरीके से लिखा जाता है, तो वहाँ वर्तनी संबंधी अशुद्धि होती है। इससे पूरा वाक्य अशुद्ध हो जाता है और कभी-कभी अर्थ भी बदल जाता है।

अशुद्धि का कारणअशुद्ध वाक्यशुद्ध वाक्यनिवारण का नियम
मात्रा/वर्णक्रमउसे ${आर्शिवाद}$ मिला।उसे ${आशीर्वाद}$ मिला।शब्दों की सही मात्रा और संयुक्ताक्षर (जैसे ${र्}$ का प्रयोग) का ध्यान रखें।
शब्द रूप${पुज्यनीय}$ व्यक्ति का सम्मान करें।${पूजनीय}$ व्यक्ति का सम्मान करें।${पूज्य}$ और ${पूजनीय}$ दोनों सही हैं, पर ${पुज्यनीय}$ गलत है।
//उसने ${कष्ट सहन}$ किया।उसने ${कष्ट}$ ${सहन}$ किया।${श, ष, स}$ का प्रयोग उच्चारण और मूल शब्द के अनुसार करें।

II. व्याकरण संबंधी अशुद्धियाँ (Grammatical Errors)

यह सबसे सामान्य प्रकार की अशुद्धियाँ हैं, जो लिंग, वचन, कारक, सर्वनाम, क्रिया या काल के गलत तालमेल (अन्विति) के कारण होती हैं।

1. लिंग और वचन संबंधी अशुद्धि (Gender and Number Agreement)

  • नियम: क्रिया का लिंग और वचन कर्ता या कर्म के लिंग और वचन के अनुसार होना चाहिए।
  • अशुद्ध: बेटी पराए घर का ${धन होता है}$।
  • शुद्ध: बेटी पराए घर का ${धन होती है}$। (बेटी स्त्रीलिंग है, अतः क्रिया ‘होती है’)
  • अशुद्ध: भारत में ${अनेकों}$ राज्य हैं।
  • शुद्ध: भारत में ${अनेक}$ राज्य हैं। (${अनेक}$ स्वयं बहुवचन है, ${अनेकों}$ नहीं)।

2. कारक संबंधी अशुद्धि (Case Markers/Postpositions)

  • नियम: वाक्य में सही कारक चिह्न (${ने, को, से, के लिए}$ आदि) का प्रयोग करना चाहिए।
  • अशुद्ध: राम ${ने}$ सीता ${की}$ फूल दिया।
  • शुद्ध: राम ने सीता ${को}$ फूल दिया। (देने के भाव में ${को}$ कारक आता है)
  • अशुद्ध: वह ${छत पर से}$ गिर गया।
  • शुद्ध: वह ${छत से}$ गिर गया। (${से}$ का अर्थ अलगाव/अलग होना है, ‘पर’ अनावश्यक है)

3. सर्वनाम संबंधी अशुद्धि (Pronoun Errors)

  • नियम: वाक्य में प्रयुक्त सर्वनाम का सही रूप (पुरूष और विभक्ति) होना चाहिए।
  • अशुद्ध: ${मेरे को}$ किताब चाहिए।
  • शुद्ध: ${मुझे}$ किताब चाहिए।
  • अशुद्ध: $t{मैंने मेरा}$ काम कर लिया है।
  • शुद्ध: ${मैंने अपना}$ काम कर लिया है।

4. क्रिया और काल संबंधी अशुद्धि (Verb and Tense Errors)

  • नियम: क्रिया का प्रयोग संज्ञा, लिंग और वचन के अनुसार तथा उचित काल में होना चाहिए।
  • अशुद्ध: उन्होंने बहुत ${मेहनत किया}$।
  • शुद्ध: उन्होंने बहुत ${मेहनत की}$। (${मेहनत}$ शब्द स्त्रीलिंग है, अतः क्रिया ‘की’)
  • अशुद्ध: बच्चों ${खेल रहा है}$।
  • शुद्ध: बच्चे ${खेल रहे हैं}$।

III. पदक्रम संबंधी अशुद्धियाँ (Word Order Errors)

परिभाषा: हिंदी में वाक्य का मानक क्रम कर्ता + कर्म + क्रिया होता है। जब शब्दों को उनके उचित क्रम में नहीं रखा जाता, तो अर्थ में स्पष्टता नहीं रहती।

व्याकरणिक तत्वमानक क्रमअशुद्ध वाक्यशुद्ध वाक्य
सामान्य क्रमकर्ता + कर्म + क्रिया${जाती है}$ स्कूल ${राधा}$।${राधा}$ स्कूल ${जाती है}$।
विशेषण का स्थानविशेषण + विशेष्यवह ${बहुत छोटी किताब है}$।वह ${किताब}$ ${बहुत छोटी है}$।
क्रिया विशेषण का स्थानक्रिया से पहले${धीरे-धीरे}}$ चल रही है ${गाड़ी}$।गाड़ी ${धीरे-धीरे}$ चल रही है।

IV. पुनरावृत्ति (Rem) संबंधी अशुद्धियाँ (Redundancy/Superfluity)

परिभाषा: जब वाक्य में एक ही अर्थ वाले दो शब्दों का प्रयोग एक साथ हो जाता है, जिससे अनावश्यक दोहराव होता है, तो वह पुनरावृत्ति संबंधी अशुद्धि कहलाती है।

अशुद्ध वाक्य (पुनरावृत्ति)शुद्ध वाक्य (निवारण)निवारण का कारण
वह $\text{वापस लौट}$ आया।वह ${लौट}$ आया। (या ${वापस}$ आया)‘वापस’ और ‘लौट’ का अर्थ समान है।
$\text{सारे देश भर}$ में खुशी छा गई।${सारे देश}$ में खुशी छा गई।‘सारे देश’ या ‘देश भर’ में से एक ही पर्याप्त है।
कृपया $\text{आप पधारने की कृपा करें}$।${आप पधारें}$। (या ${कृपया पधारें}$)।‘कृपया’ और ‘कृपा करें’ में दोहराव है।
$\text{केवल एकमात्र}$ यही हल है।${केवल यही हल है}$। (या ${एकमात्र यही हल है}$)।‘केवल’ और ‘एकमात्र’ का अर्थ समान है।
$\text{आज सोमवार के दिन}$ स्कूल बंद है।${आज सोमवार को}$ स्कूल बंद है।‘सोमवार’ स्वयं एक दिन है, ‘के दिन’ अनावश्यक है।

🔑 निवारण के मुख्य उपाय (Key Correction Methods)

  1. नियमों का ज्ञान: हिंदी व्याकरण (खासकर ${लिंग, वचन, कारक}$ और ${काल}$) के नियमों को याद रखना।
  2. अन्विति पर ध्यान: यह देखना कि क्रिया का तालमेल किसके साथ सही बैठ रहा है (कर्ता, कर्म या भाव)।
  3. उच्चारण: शुद्ध उच्चारण से अक्सर ${वर्तनी}$ की अशुद्धियाँ दूर होती हैं।
  4. संक्षिप्तता: अनावश्यक शब्दों या ${पुनरावृत्ति}$ वाले पदों को हटाना।

अशुद्धि शोधन अभ्यास प्रश्न (Vakya Ashuddhi Shodhan Practice)

निम्नलिखित अशुद्ध वाक्यों को शुद्ध करके लिखिए और अशुद्धि का कारण भी संक्षेप में बताइए:

क्रमअशुद्ध वाक्य (Incorrect Sentence)अशुद्धि का कारण (Type of Error)शुद्ध वाक्य (Correct Sentence)
1.मैं ${मेरा}$ काम कर रहा हूँ।
2.उसे ${तिरस्कार}$ करना उचित नहीं था।
3.${अनेकों}$ लोग वहाँ उपस्थित थे।
4.${आज सोमवार के दिन}$ स्कूल बंद रहेगा।
5.मोहन बहुत ${मीठा} फल खाती है।
6.वह ${वापस लौट}$ आया है।
7.मेरे घर के पास ${एक मछली की दुकान}$ है।
8.${कृपया}$ आप यहाँ $\text{बैठने की कृपा करें}$।
9.सीताजी ${वन को गए}$।
10.बच्चों को ${गरम}$ ${गाय का दूध}$ पिलाओ।
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