कशेरुकी जगत वर्गीकरण: मत्स्य, उभयचर, सरीसृप, पक्षी और स्तनधारी

verterate classification

कशेरुकी (Vertebrates) प्राणी वे हैं जिनमें एक आंतरिक कंकाल (रीढ़ की हड्डी या मेरुदंड) उपस्थित होता है। ये प्राणी जगत (Kingdom Animalia) के एक छोटे से उप-संघ कॉर्डेटा (Subphylum Chordata) के अंतर्गत आते हैं। कशेरुकी जीव अकशेरुकी जीवों की तुलना में संख्या में कम हैं, लेकिन शारीरिक संरचना और कार्यप्रणाली में सबसे जटिल और विकसित हैं।

कशेरुकी उप-संघ में पाँच प्रमुख वर्ग शामिल हैं, जो विकास के विभिन्न चरणों को दर्शाते हैं: मत्स्य (Pisces), उभयचर (Amphibia), सरीसृप (Reptilia), पक्षी (Aves), और स्तनधारी (Mammalia)

इस विस्तृत पोस्ट में, हम इन पाँचों वर्गों की विशिष्ट विशेषताओं, शारीरिक अनुकूलन (Adaptations), और जीवन चक्र का गहन अध्ययन करेंगे।


1. मत्स्य वर्ग (Pisces): जल की दुनिया के शासक

मत्स्य वर्ग में सभी प्रकार की मछलियाँ शामिल हैं, और ये पृथ्वी पर सबसे प्राचीन कशेरुकी हैं। ये पूर्णतः जलीय (Aquatic) जीवन के लिए अनुकूलित होते हैं।

A. सामान्य विशेषताएँ

  • आवास: ये समुद्री (Marine) और मीठे पानी (Freshwater) दोनों में पाई जाती हैं।
  • त्वचा: इनकी त्वचा शल्कों (Scales) से ढकी होती है, जो सुरक्षा और सुव्यवस्थित गति (Streamlined movement) में मदद करते हैं।
  • अंग: इनमें गति के लिए जोड़े में पंख (Fins) पाए जाते हैं।
  • रक्त प्रकृति: ये अनियततापी (Poikilothermic) या शीतरक्त (Cold-blooded) जीव होते हैं, जिसका अर्थ है कि इनके शरीर का तापमान बाहरी वातावरण के अनुसार बदलता रहता है।

B. श्वसन और हृदय

  • श्वसन: ये केवल गलफड़ों (Gills) के माध्यम से पानी में घुली हुई ऑक्सीजन का उपयोग करते हैं।
  • हृदय: इनका हृदय दो कोष्ठीय (Two-chambered) होता है (एक अलिंद और एक निलय)।
  • परिसंचरण: इनमें एकल परिसंचरण तंत्र (Single Circulation System) पाया जाता है। हृदय केवल अशुद्ध रक्त (Deoxygenated Blood) को गलफड़ों तक पंप करता है, जहाँ वह शुद्ध होता है और फिर सीधे शरीर के बाकी हिस्सों में जाता है।

C. वर्ग का विभाजन (Sub-Classes)

  1. कॉन्ड्रिक्थीस (Chondrichthyes): उपास्थि वाली मछलियाँ (Cartilaginous Fishes)। इनका कंकाल केवल उपास्थि (Cartilage) का बना होता है। (उदा: शार्क, रे मछली)।
  2. ऑस्टिक्थीस (Osteichthyes): अस्थि वाली मछलियाँ (Bony Fishes)। इनका कंकाल हड्डियों (Bones) का बना होता है और इनमें तैरने के लिए वायुकोष (Air Bladder) पाया जाता है। (उदा: रोहू, कटला, समुद्री घोड़ा)।

2. उभयचर (Amphibia): दोहरे जीवन का रहस्य

उभयचर वे जीव हैं जो अपने जीवन का कुछ हिस्सा पानी में (लार्वा अवस्था) और कुछ हिस्सा जमीन पर (वयस्क अवस्था) बिताते हैं। ‘Amphi’ का अर्थ है ‘दोनों’ और ‘bios’ का अर्थ है ‘जीवन’।

A. सामान्य विशेषताएँ

  • त्वचा: इनकी त्वचा नमीयुक्त, चिकनी और ग्रंथि युक्त (Moist and Glandular) होती है, जो शल्क या बाल रहित होती है। त्वचा श्वसन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
  • रक्त प्रकृति: ये भी शीतरक्त (Cold-blooded) जीव होते हैं।
  • जनन: निषेचन और लार्वा अवस्था (टैडपोल) के लिए इन्हें जल पर निर्भर रहना पड़ता है।

B. श्वसन और हृदय

  • श्वसन: इनमें श्वसन के तीन तरीके होते हैं:
    1. गलफड़े (Gills): लार्वा (टैडपोल) अवस्था में।
    2. फेफड़े (Lungs): वयस्क अवस्था में (जमीन पर)।
    3. त्वचा (Skin): जल में और हाइबरनेशन (शीतनिष्क्रियता) के दौरान।
  • हृदय: इनका हृदय तीन कोष्ठीय (Three-chambered) होता है (दो अलिंद और एक निलय)।
  • परिसंचरण: इनमें अपूर्ण दोहरा परिसंचरण तंत्र (Incomplete Double Circulation) पाया जाता है, जहाँ निलय में शुद्ध और अशुद्ध रक्त का मिश्रण होता है।

C. प्रमुख उदाहरण

  • मेंढक (Frog): सबसे आम उभयचर।
  • टोड (Toad): सूखी और खुरदुरी त्वचा वाला उभयचर।
  • सैलामैंडर (Salamander): छिपकली जैसा दिखाई देने वाला उभयचर।

3. सरीसृप (Reptilia): रेंगने वाले प्राणी

सरीसृप शब्द ‘रेपेरे’ से आया है जिसका अर्थ है ‘रेंगना’। ये पहले ऐसे कशेरुकी थे जिन्होंने जीवन के लिए पूर्णतः स्थलीय (Fully Terrestrial) अनुकूलन विकसित किया।

A. सामान्य विशेषताएँ

  • गति: ये चलने के बजाय रेंगकर (Creeping or Crawling) चलते हैं।
  • त्वचा: इनकी त्वचा सूखी, शृंगीय (Keratinized) और शल्क या प्लेटों (Scutes) से ढकी होती है, जो उन्हें जल हानि (Water Loss) से बचाती है।
  • रक्त प्रकृति: ये भी शीतरक्त (Cold-blooded) जीव होते हैं।
  • जनन: ये अंडे (Eggs) देते हैं जो कठोर, चमड़े के खोल वाले होते हैं और जमीन पर दिए जाते हैं। इन्हें निषेचन के लिए जल की आवश्यकता नहीं होती।

B. श्वसन और हृदय

  • श्वसन: ये केवल फेफड़ों (Lungs) के माध्यम से श्वसन करते हैं।
  • हृदय: अधिकांश सरीसृपों का हृदय तीन कोष्ठीय होता है, लेकिन मगरमच्छ (Crocodile) सरीसृप वर्ग का एकमात्र अपवाद है जिसका हृदय चार कोष्ठीय होता है।
  • परिसंचरण: इनका परिसंचरण भी अपूर्ण दोहरा परिसंचरण होता है (मगरमच्छ को छोड़कर)।

C. प्रमुख उदाहरण

  • साँप (Snake): टांग रहित सरीसृप।
  • छिपकली (Lizard): दीवार पर चढ़ने वाली और अन्य प्रकार की छिपकलियाँ।
  • कछुआ (Turtle/Tortoise): जिनके शरीर पर कठोर खोल होता है।
  • मगरमच्छ (Crocodile) और घड़ियाल (Alligator): चार कोष्ठीय हृदय वाले अपवाद।

4. पक्षी वर्ग (Aves): आकाश के विजेता

पक्षी वर्ग में पंख वाले सभी जीव शामिल हैं, और ये मुख्य रूप से उड़ने (Flight) के लिए अनुकूलित होते हैं। पक्षी पहले समतापी (Warm-blooded) कशेरुकी हैं।

A. सामान्य विशेषताएँ

  • पंख (Feathers): इनका शरीर पंखों से ढका होता है, जो इन्हें ऊष्मा प्रदान करते हैं और उड़ान में मदद करते हैं।
  • अंग: इनके अग्रपाद (Forelimbs) उड़ने वाले पंखों में रूपांतरित हो जाते हैं, जबकि पश्चपाद (Hindlimbs) चलने, तैरने या पकड़ने के लिए अनुकूलित होते हैं।
  • समतापी (Homeothermic/Warm-blooded): ये अपने शरीर का तापमान वातावरण की परवाह किए बिना स्थिर बनाए रखते हैं।
  • कंकाल: इनकी हड्डियाँ खोखली (Hollow) और हवा से भरी होती हैं (न्यूमेटिक अस्थियाँ), जिससे उनका शरीर हल्का हो जाता है और उड़ान में आसानी होती है।
  • चोंच (Beak): दाँत अनुपस्थित होते हैं, और मुख चोंच में रूपांतरित होता है।

B. श्वसन और हृदय

  • श्वसन: श्वसन फेफड़ों और उनसे जुड़ी वायु थैलियों (Air Sacs) द्वारा होता है, जो दोहरी श्वसन प्रक्रिया (Double Respiration) को सक्षम बनाता है, जिससे उड़ान के दौरान ऑक्सीजन की अधिकतम आपूर्ति होती है।
  • हृदय: इनका हृदय चार कोष्ठीय (Four-chambered) होता है (दो अलिंद और दो निलय)।
  • परिसंचरण: इनमें पूर्ण दोहरा परिसंचरण तंत्र (Complete Double Circulation) पाया जाता है, जहाँ शुद्ध और अशुद्ध रक्त पूरी तरह से अलग रहते हैं।

C. प्रमुख उदाहरण

  • शुतुरमुर्ग (Ostrich) और पेंगुइन (Penguin): उड़ने में असमर्थ पक्षी।
  • कबूतर, तोता, गरुड़: उड़ने वाले पक्षी।

5. स्तनधारी वर्ग (Mammalia): सर्वोच्च विकास

स्तनधारी वर्ग प्राणी जगत का सबसे जटिल और विकसित वर्ग है। ‘Mamma’ का अर्थ है स्तन।

A. सामान्य विशेषताएँ

  • स्तन ग्रंथियाँ (Mammary Glands): इस वर्ग की सबसे विशिष्ट पहचान स्तन ग्रंथियों की उपस्थिति है, जो शिशुओं को पोषण (दूध) देने के लिए दूध का उत्पादन करती हैं।
  • केश (Hair/Fur): इनकी त्वचा पर बाल या फर पाए जाते हैं, जो ऊष्मा इन्सुलेशन प्रदान करते हैं।
  • समतापी: ये भी समतापी (Warm-blooded) जीव होते हैं।
  • कान: बाहरी कान (कर्ण पल्लव या Pinna) उपस्थित होते हैं।
  • जनन: अधिकांश स्तनधारी बच्चे को जन्म (Viviparous) देते हैं।

B. श्वसन, हृदय और विशिष्टता

  • श्वसन: श्वसन केवल फेफड़ों द्वारा होता है।
  • हृदय: इनका हृदय भी चार कोष्ठीय (Four-chambered) होता है।
  • परिसंचरण: इनमें भी पूर्ण दोहरा परिसंचरण तंत्र पाया जाता है।
  • डायाफ्राम (Diaphragm): श्वसन में सहायता के लिए वक्ष गुहा (Thoracic Cavity) को उदर गुहा (Abdominal Cavity) से अलग करने वाला एक पेशीय पट।
  • अंगुली: मस्तिष्क (Brain) सबसे अधिक विकसित होता है।

C. वर्ग का विभाजन

  1. प्रोटोथीरिया (Prototheria): अंडे देने वाले स्तनधारी। (उदा: डकबिल्ड प्लैटिपस)।
  2. मेटाथीरिया (Metatheria): अपरिपक्व बच्चों को जन्म देने वाले और उन्हें थैली (Marsupium) में पालने वाले। (उदा: कंगारू)।
  3. यूथीरिया (Eutheria): जरायुजी (प्लेसेंटल) स्तनधारी, जो पूर्ण विकसित बच्चों को जन्म देते हैं। (उदा: मनुष्य, व्हेल, चमगादड़)।


कशेरुकी जगत पर 50 महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर

यहाँ मत्स्य, उभयचर, सरीसृप, पक्षी और स्तनधारी वर्गों पर आधारित 50 महत्वपूर्ण प्रश्न और उनके उत्तर दिए गए हैं:

  1. प्रश्न: कशेरुकी प्राणी किन्हें कहते हैं?
    • उत्तर: वे जीव जिनमें रीढ़ की हड्डी (Vertebral Column) या मेरुदंड उपस्थित होता है।
  2. प्रश्न: मत्स्य वर्ग के जीवों में हृदय कितने कोष्ठीय होता है?
    • उत्तर: दो कोष्ठीय (एक अलिंद और एक निलय)।
  3. प्रश्न: मत्स्य वर्ग में किस प्रकार का परिसंचरण तंत्र पाया जाता है?
    • उत्तर: एकल परिसंचरण तंत्र (Single Circulation)
  4. प्रश्न: मछलियों में श्वसन किस अंग द्वारा होता है?
    • उत्तर: गलफड़ों (Gills) द्वारा।
  5. प्रश्न: शार्क और रे मछली किस प्रकार की मछलियाँ हैं?
    • उत्तर: उपास्थि वाली मछलियाँ (Cartilaginous Fishes)
  6. प्रश्न: मछलियों में तैरने में मदद करने वाला अंग क्या है?
    • उत्तर: पंख (Fins)
  7. प्रश्न: उभयचर वर्ग के जीवों में हृदय कितने कोष्ठीय होता है?
    • उत्तर: तीन कोष्ठीय (दो अलिंद और एक निलय)।
  8. प्रश्न: उभयचरों में किस प्रकार का परिसंचरण तंत्र पाया जाता है?
    • उत्तर: अपूर्ण दोहरा परिसंचरण तंत्र
  9. प्रश्न: मेंढक की लार्वा अवस्था (टैडपोल) में श्वसन किस अंग द्वारा होता है?
    • उत्तर: गलफड़ों द्वारा।
  10. प्रश्न: वयस्क मेंढक श्वसन के लिए किन दो अंगों का उपयोग करते हैं?
    • उत्तर: फेफड़े और त्वचा
  11. प्रश्न: उभयचरों में शीत-निष्क्रियता (Hibernation) के दौरान श्वसन किस अंग द्वारा होता है?
    • उत्तर: त्वचा द्वारा।
  12. प्रश्न: सरीसृप वर्ग के जीवों का सामान्य लक्षण क्या है?
    • उत्तर: रेंगकर (Creeping/Crawling) चलना।
  13. प्रश्न: सरीसृपों की त्वचा की मुख्य विशेषता क्या है?
    • उत्तर: सूखी और शल्क (Scales) या प्लेटों से ढकी होती है।
  14. प्रश्न: मगरमच्छ सरीसृप वर्ग का अपवाद क्यों है?
    • उत्तर: इसका हृदय चार कोष्ठीय होता है।
  15. प्रश्न: सरीसृपों में श्वसन किस अंग द्वारा होता है?
    • उत्तर: केवल फेफड़ों द्वारा।
  16. प्रश्न: कछुए के शरीर पर पाया जाने वाला कठोर खोल किस वर्ग की विशेषता है?
    • उत्तर: सरीसृप (Reptilia)।
  17. प्रश्न: शीत-रक्त (Cold-blooded) जीव किन्हें कहते हैं?
    • उत्तर: वे जीव जिनके शरीर का तापमान वातावरण के अनुसार बदलता रहता है (जैसे मछली, उभयचर, सरीसृप)।
  18. प्रश्न: पक्षी और स्तनधारी किस प्रकार के जीव हैं—शीत-रक्त या समतापी?
    • उत्तर: समतापी (Warm-blooded) या नियततापी
  19. प्रश्न: पक्षी वर्ग के जीवों का सबसे विशिष्ट लक्षण क्या है?
    • उत्तर: पंखों (Feathers) का पाया जाना।
  20. प्रश्न: पक्षियों में अग्रपाद (Forelimbs) किसमें रूपांतरित हो जाते हैं?
    • उत्तर: पंखों में।
  21. प्रश्न: पक्षियों की हड्डियाँ खोखली क्यों होती हैं?
    • उत्तर: शरीर को हल्का बनाने और उड़ान में आसानी के लिए (न्यूमेटिक अस्थियाँ)।
  22. प्रश्न: पक्षियों में श्वसन में सहायता करने वाली संरचनाएँ क्या हैं जो फेफड़ों से जुड़ी होती हैं?
    • उत्तर: वायु थैलियाँ (Air Sacs)
  23. प्रश्न: पक्षी वर्ग के जीवों में हृदय कितने कोष्ठीय होता है?
    • उत्तर: चार कोष्ठीय
  24. प्रश्न: उड़ने में असमर्थ पक्षियों के दो उदाहरण दीजिए।
    • उत्तर: शुतुरमुर्ग (Ostrich) और पेंगुइन (Penguin)
  25. प्रश्न: स्तनधारी वर्ग की सबसे विशिष्ट पहचान क्या है?
    • उत्तर: स्तन ग्रंथियों (Mammary Glands) की उपस्थिति।
  26. प्रश्न: स्तनधारियों की त्वचा पर क्या पाया जाता है?
    • उत्तर: बाल या फर (Hair/Fur)
  27. प्रश्न: स्तनधारियों में श्वसन किस अंग द्वारा होता है?
    • उत्तर: केवल फेफड़ों द्वारा।
  28. प्रश्न: स्तनधारियों में वक्ष और उदर गुहा को अलग करने वाला पेशीय पट क्या कहलाता है?
    • उत्तर: डायाफ्राम (Diaphragm)
  29. प्रश्न: अधिकांश स्तनधारी जनन की दृष्टि से कैसे होते हैं?
    • उत्तर: बच्चे को जन्म देने वाले (Viviparous)
  30. प्रश्न: अंडे देने वाले स्तनधारी (प्रोटोथीरिया) का एक उदाहरण दीजिए।
    • उत्तर: डकबिल्ड प्लैटिपस
  31. प्रश्न: कंगारू किस श्रेणी (मेटाथीरिया) में आता है?
    • उत्तर: थैली वाले (मार्सुपियल) स्तनधारी
  32. प्रश्न: व्हेल और चमगादड़ को किस वर्ग में शामिल किया जाता है?
    • उत्तर: स्तनधारी वर्ग में।
  33. प्रश्न: वह कौन-सा कशेरुकी वर्ग है जिसके सदस्यों में दाँत अनुपस्थित होते हैं और मुख चोंच में रूपांतरित होता है?
    • उत्तर: पक्षी वर्ग (Aves)
  34. प्रश्न: सरीसृपों में अंडे किस प्रकार के होते हैं?
    • उत्तर: कठोर या चमड़े के खोल वाले
  35. प्रश्न: शार्क का कंकाल किसका बना होता है?
    • उत्तर: उपास्थि (Cartilage) का।
  36. प्रश्न: अस्थि वाली मछलियों (Bony Fishes) में पाया जाने वाला वह अंग कौन-सा है जो उन्हें जल में डूबने से बचाता है?
    • उत्तर: वायुकोष (Air Bladder)
  37. प्रश्न: सरीसृप और उभयचरों में, शुद्ध और अशुद्ध रक्त कहाँ मिश्रित होता है?
    • उत्तर: निलय (Ventricle) में (तीन कोष्ठीय हृदय के कारण)।
  38. प्रश्न: पक्षियों और स्तनधारियों में शुद्ध और अशुद्ध रक्त की स्थिति कैसी होती है?
    • उत्तर: पूरी तरह से अलग (पूर्ण दोहरा परिसंचरण)।
  39. प्रश्न: सरीसृप वर्ग से संबंधित होकर भी तैरने वाला एक प्रसिद्ध जीव कौन-सा है?
    • उत्तर: मगरमच्छ (Crocodile)
  40. प्रश्न: कशेरुकी जीवों में बाहरी कान (कर्ण पल्लव) किस वर्ग की विशेषता है?
    • उत्तर: स्तनधारी
  41. प्रश्न: कौन-से कशेरुकी जीव अपने जीवन चक्र को पूरा करने के लिए जल पर निर्भर रहते हैं?
    • उत्तर: उभयचर (Amphibia)
  42. प्रश्न: मछलियों में शल्कों (Scales) का कार्य क्या होता है?
    • उत्तर: सुरक्षा और जल में सुव्यवस्थित गति प्रदान करना।
  43. प्रश्न: साँप किस प्रकार की गति प्रदर्शित करता है?
    • उत्तर: रेंगना (Crawling)
  44. प्रश्न: पक्षियों में दोहरी श्वसन प्रक्रिया (Double Respiration) क्यों होती है?
    • उत्तर: उड़ान के लिए अधिकतम ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करने हेतु।
  45. प्रश्न: स्तनधारियों में स्तन ग्रंथियों का क्या कार्य है?
    • उत्तर: शिशुओं को पोषण (दूध) प्रदान करना।
  46. प्रश्न: मेंढक की त्वचा की मुख्य विशेषता क्या है?
    • उत्तर: नमीयुक्त, चिकनी और ग्रंथि युक्त
  47. प्रश्न: कौन-से कशेरुकी पहले पूरी तरह से स्थलीय जीवन के लिए अनुकूलित हुए थे?
    • उत्तर: सरीसृप (Reptilia)
  48. प्रश्न: डक-बिल्ड प्लैटिपस को स्तनधारी क्यों माना जाता है, भले ही वह अंडा देता है?
    • उत्तर: क्योंकि इसमें स्तन ग्रंथियाँ और बाल पाए जाते हैं।
  49. प्रश्न: सरीसृपों में किस प्रकार का निषेचन (Fertilization) होता है?
    • उत्तर: आंतरिक निषेचन (Internal Fertilization)
  50. प्रश्न: आधुनिक मानव (Homo sapiens) किस कशेरुकी वर्ग से संबंधित है?
    • उत्तर: स्तनधारी वर्ग (Mammalia)
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