
हिंदी भाषा में मुहावरे और लोकोक्तियाँ ऐसे वाक्यांश या वाक्य होते हैं जो भाषा को सजीव, प्रभावशाली और रोचक बनाते हैं। ये सीधे-सीधे अर्थ न देकर एक विशेष या लाक्षणिक अर्थ प्रकट करते हैं।
🎯 मुहावरे (Idioms)
📌 मुहावरे क्या होते हैं?
परिभाषा: मुहावरे ऐसे वाक्यांश होते हैं जो अपने सामान्य अर्थ को छोड़कर किसी विशेष या लाक्षणिक अर्थ को प्रकट करते हैं। ये वाक्य का एक अंग होते हैं और अकेले प्रयोग नहीं किए जाते। इनके अंत में अक्सर क्रिया (verb) आती है।
विशेषताएँ:
- ये वाक्यांश होते हैं, पूरे वाक्य नहीं।
- इनका शाब्दिक अर्थ नहीं लिया जाता, बल्कि लाक्षणिक अर्थ होता है।
- इनके प्रयोग से भाषा में संक्षिप्तता और सुंदरता आती है।
- इनका प्रयोग क्रिया के साथ होता है और ये वाक्य के प्रवाह का हिस्सा बनते हैं।
✨ मुहावरों का अर्थ और वाक्य प्रयोग (उदाहरण)
यहाँ कुछ प्रमुख मुहावरे और उनके अर्थ व वाक्य प्रयोग दिए गए हैं:
- अंग–अंग ढीला होना
- अर्थ: बहुत थक जाना।
- वाक्य प्रयोग: आज दिन भर काम करके मेरा तो अंग–अंग ढीला हो गया।
- अंगूठा दिखाना
- अर्थ: साफ इंकार कर देना, मना कर देना।
- वाक्य प्रयोग: जब मैंने उससे मदद मांगी, तो उसने मुझे अंगूठा दिखा दिया।
- अक्ल का दुश्मन
- अर्थ: मूर्ख व्यक्ति।
- वाक्य प्रयोग: इतनी आसान बात भी नहीं समझता, वह तो पूरा अक्ल का दुश्मन है।
- आँखों का तारा
- अर्थ: बहुत प्यारा।
- वाक्य प्रयोग: हर बच्चा अपनी माँ की आँखों का तारा होता है।
- आँखें दिखाना
- अर्थ: गुस्सा करना, धमकाना।
- वाक्य प्रयोग: पिताजी ने मुझे गलत काम करते देखा तो आँखें दिखाने लगे।
- ईंट से ईंट बजाना
- अर्थ: पूरी तरह से नष्ट कर देना।
- वाक्य प्रयोग: दुश्मनों ने हमारे शहर की ईंट से ईंट बजा दी।
- कलेजा ठंडा होना
- अर्थ: शांति मिलना, संतोष होना।
- वाक्य प्रयोग: जब मैंने अपना बदला लिया, तब जाकर मेरा कलेजा ठंडा हुआ।
- कान भरना
- अर्थ: चुगली करना, भड़काना।
- वाक्य प्रयोग: राहुल हमेशा अपने दोस्त के खिलाफ मेरे कान भरता रहता है।
- खेत रहना
- अर्थ: युद्ध में मारा जाना।
- वाक्य प्रयोग: कारगिल युद्ध में कई जवान देश के लिए खेत रहे।
- गागर में सागर भरना
- अर्थ: थोड़े शब्दों में बहुत कुछ कह देना।
- वाक्य प्रयोग: बिहारी जी ने अपने दोहों में गागर में सागर भर दिया है।
proverb 🪔 लोकोक्तियाँ (Proverbs)
📌 लोकोक्तियाँ क्या होती हैं?
परिभाषा: लोकोक्ति (लोक + उक्ति) का अर्थ है लोक में प्रचलित उक्ति या कथन। ये ऐसे पूर्ण वाक्य होते हैं जो किसी विशेष बात या अनुभव को संक्षिप्त रूप में प्रकट करते हैं। ये किसी कहानी, घटना या अनुभव पर आधारित होते हैं और अपने आप में एक स्वतंत्र सत्य या सलाह देते हैं।
विशेषताएँ:
- ये पूर्ण वाक्य होते हैं, वाक्यांश नहीं।
- ये अपने आप में एक स्वतंत्र अर्थ रखते हैं और किसी सत्य या अनुभव को बताते हैं।
- इनका प्रयोग किसी बात की पुष्टि या उदाहरण देने के लिए किया जाता है।
- ये आमतौर पर किसी बड़ी बात को छोटे और यादगार रूप में कहते हैं।
✨ लोकोक्तियों का अर्थ और वाक्य प्रयोग (उदाहरण)
यहाँ कुछ प्रमुख लोकोक्तियाँ और उनके अर्थ व वाक्य प्रयोग दिए गए हैं:
- अधजल गगरी छलकत जाए
- अर्थ: कम ज्ञान वाला व्यक्ति अधिक दिखावा करता है।
- वाक्य प्रयोग: नया-नया अधिकारी बनते ही रमेश बहुत घमंड करने लगा है, सच है, अधजल गगरी छलकत जाए।
- अपनी ढपली अपना राग
- अर्थ: सब अपनी-अपनी बात कहना, किसी की न सुनना।
- वा वाक्य प्रयोग: इस कमेटी के सदस्य कभी एक राय पर नहीं पहुँचते, सबकी अपनी ढपली अपना राग है।
- अंधों में काना राजा
- अर्थ: मूर्खों के बीच थोड़ा पढ़ा-लिखा व्यक्ति भी ज्ञानी माना जाता है।
- वाक्य प्रयोग: हमारे गाँव में केवल रामू ही ग्रेजुएट है, इसलिए सब उसे महान विद्वान मानते हैं, सच में अंधों में काना राजा है।
- एक अनार सौ बीमार
- अर्थ: एक वस्तु के अनेक चाहने वाले होना।
- वाक्य प्रयोग: एक ही नौकरी के लिए इतने सारे आवेदन आए हैं कि यह तो एक अनार सौ बीमार वाली बात हो गई।
- ऊँची दुकान फीके पकवान
- अर्थ: केवल बाहरी दिखावा होना, गुणवत्ता न होना।
- वाक्य प्रयोग: उस रेस्टोरेंट का नाम तो बहुत सुना था, पर खाना बिल्कुल बेस्वाद निकला। यह तो ऊँची दुकान फीके पकवान वाली बात हुई।
- खोदा पहाड़ निकली चुहिया
- अर्थ: बहुत परिश्रम करने पर भी बहुत कम लाभ होना।
- वाक्य प्रयोग: पूरे साल मेहनत करने के बाद मुझे केवल 500 रुपये का फायदा हुआ। यह तो वही हुआ कि खोदा पहाड़ निकली चुहिया।
- घर का भेदी लंका ढाए
- अर्थ: अपना ही व्यक्ति जब भेद खोलता है, तो भारी नुकसान होता है।
- वाक्य प्रयोग: कंपनी के अंदरूनी राज़ मैंने अपने पार्टनर को बताए और उसने ही सब कुछ लीक कर दिया। सच है, घर का भेदी लंका ढाए।
- नाच न जाने आँगन टेढ़ा
- अर्थ: स्वयं काम न कर पाना और दूसरों पर या साधनों पर दोष मढ़ना।
- वाक्य प्रयोग: राहुल को कंप्यूटर चलाना नहीं आता और वह कहता है कि कंप्यूटर खराब है। यह तो नाच न जाने आँगन टेढ़ा वाली बात है।
- दूर के ढोल सुहावने
- अर्थ: दूर की चीज़ें अच्छी लगती हैं, पर पास आने पर उनकी असलियत पता चलती है।
- वाक्य प्रयोग: मैंने शहर जाने का सपना देखा था, पर यहाँ की भागदौड़ देखकर लगता है दूर के ढोल सुहावने ही होते हैं।
- जिसकी लाठी उसकी भैंस
- अर्थ: शक्तिशाली व्यक्ति की ही चलती है, शक्ति से ही अधिकार मिलता है।
- वाक्य प्रयोग: गाँव में सरपंच ने अपने बल पर जमीन पर कब्जा कर लिया, क्योंकि वहाँ तो जिसकी लाठी उसकी भैंस वाला हाल है।