प्रमुख विराम चिह्नों का सही प्रयोग

प्रमुख विराम चिह्नों का सही प्रयोग

विराम का अर्थ होता है रुकना या ठहरना। लिखते समय इन ठहरावों को व्यक्त करने वाले चिह्नों को विराम चिह्न कहते हैं।

1. पूर्ण विराम (Full Stop) [ ]

  • परिभाषा: यह चिह्न वाक्य की समाप्ति (Complete Stop) को सूचित करता है। इसका प्रयोग प्रश्नवाचक या विस्मयादिबोधक वाक्यों को छोड़कर सभी प्रकार के सरल, संयुक्त और मिश्र वाक्यों के अंत में होता है।
  • उदाहरण:
    • राम स्कूल जाता है।
    • सूर्योदय हुआ और पक्षी चहचहाने लगे।

2. अल्पविराम (Comma) [ , ]

  • परिभाषा: इसका अर्थ है थोड़ा ठहरना (Short Pause)। यह सबसे अधिक प्रयोग होने वाला चिह्न है और इसका उपयोग वाक्य के भीतर विभिन्न पदों, उपवाक्यों या विचारों को अलग करने के लिए किया जाता है।
  • प्रयोग के नियम:
    • समान पदों/शब्दों को अलग करना: राम, सीता, लक्ष्मण और हनुमान पूजा कर रहे थे।
    • उपवाक्यों को अलग करना: जब मैं घर पहुँचा, तब तक वर्षा शुरू हो चुकी थी।
    • संबोधन के बाद: भाइयों और बहनों, आज देश को आपकी आवश्यकता है।
    • उद्धरण चिह्न से पहले: उसने कहा, “मैं कल आऊंगा।”

3. प्रश्नवाचक चिह्न (Question Mark) [ ? ]

  • परिभाषा: यह चिह्न वाक्य के अंत में लगाया जाता है जब वाक्य का उद्देश्य कोई प्रश्न पूछना होता है।
  • पहचान: वाक्य में प्रायः ${क्या, क्यों, कहाँ, कब}$ जैसे प्रश्नसूचक शब्द होते हैं।
  • उदाहरण:
    • आप कहाँ जा रहे हैं?
    • क्या आप कल दिल्ली जाएंगे?

4. विस्मयादिबोधक चिह्न (Exclamation Mark) [ ! ]

  • परिभाषा: यह चिह्न आश्चर्य, हर्ष, शोक, घृणा, भय, संबोधन या तीव्र मनोभावों को व्यक्त करने वाले शब्दों या वाक्यों के अंत में लगाया जाता है।
  • प्रयोग के नियम:
    • विस्मयसूचक शब्दों के बाद: अरे! तुम कब आए?
    • तीव्र भाव वाले वाक्यों के बाद: वाह! कितना सुंदर दृश्य है!
    • संबोधन (भावुकता के साथ): हे भगवान! यह क्या हो गया।

5. योजक चिह्न (Hyphen) [ – ]

  • परिभाषा: यह चिह्न दो शब्दों को जोड़ने के लिए प्रयोग होता है, ताकि वे एक ही अर्थ इकाई बन जाएँ। यह अल्पविराम से भी कम समय के ठहराव को दर्शाता है।
  • प्रयोग के नियम:
    • द्वंद्व समास के शब्दों में: माता-पिता, सुख-दुःख, दिन-रात।
    • शब्दों की पुनरावृत्ति: धीरे-धीरे, बार-बार, घर-घर।
    • तुलनावाचक शब्द (सा, सी, से): फूल-सी कोमल।

6. उद्धरण चिह्न (Quotation Marks) [ ” ” या ‘ ‘ ]

  • परिभाषा: इसका प्रयोग किसी के कथन या किसी विशेष अंश को ज्यों का त्यों (Direct Speech) दिखाने के लिए किया जाता है।
  • भेद:
    • दोहरा उद्धरण चिह्न [ ” ” ]: किसी व्यक्ति के कथन को ज्यों का त्यों उद्धृत करने के लिए।
      • गांधीजी ने कहा, “करो या मरो।”
    • इकहरा उद्धरण चिह्न [ ‘ ‘ ]: किसी विशेष शब्द, उपनाम, या पुस्तक के नाम को दर्शाने के लिए।
      • $’सूर्यकांत त्रिपाठी निराला’}$ हिंदी के प्रसिद्ध कवि हैं।

7. कोष्ठक (Brackets) [ ( ) ]

  • परिभाषा: इसका प्रयोग वाक्य में प्रयुक्त किसी पद का अर्थ स्पष्ट करने, या किसी अतिरिक्त सूचना को मुख्य वाक्य से अलग रखने के लिए किया जाता है।
  • उदाहरण:
    • मीराबाई (कृष्ण की भक्त) बहुत बड़ी कवयित्री थीं।
    • दौड़ो (तेज गति से), ताकि ट्रेन न छूट जाए।

8. अर्धविराम (Semicolon) [ ; ]

  • परिभाषा: यह पूर्ण विराम से कम और अल्प विराम से अधिक समय के ठहराव को दर्शाता है। इसका प्रयोग उन उपवाक्यों को अलग करने के लिए किया जाता है जिनका आपस में घनिष्ठ संबंध होता है, लेकिन उन्हें ‘और’, ‘या’ जैसे योजक से नहीं जोड़ा जाता।
  • उदाहरण:
    • सूर्य अस्त हो गया; तारे निकल आए।
    • उसने बहुत मेहनत की; फिर भी सफल नहीं हो पाया।

💡 प्रयोग संबंधी महत्त्वपूर्ण सलाह

  • अल्पविराम (

$$,$$

) का गलत प्रयोग वाक्य के अर्थ को बदल सकता है।

  • उदाहरण: ${रोको, मत जाने दो।}$ (रोकने का निर्देश)
  • उदाहरण: ${रोको मत, जाने दो।}$ (जाने देने का निर्देश)
  • विराम चिह्नों का सही ज्ञान हमें शुद्ध, स्पष्ट और प्रभावशाली लेखन में मदद करता है।
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