मध्य प्रदेश का इतिहास, भूगोल और अर्थव्यवस्था

मध्य प्रदेश: इतिहास, भूगोल और अर्थव्यवस्था (प्रतियोगी परीक्षा फोकस) 🎯

मध्य प्रदेश (MP) भारत का हृदय प्रदेश है और प्रतियोगी परीक्षाओं की दृष्टि से एक अत्यंत महत्वपूर्ण राज्य है। यहाँ दी गई जानकारी को अंकों के वितरण और महत्व को ध्यान में रखते हुए व्यवस्थित किया गया है।

मध्य प्रदेश का इतिहास, भूगोल और अर्थव्यवस्था

1. मध्य प्रदेश का इतिहास (History of MP)

MP का इतिहास प्राचीन काल से ही भारत की मुख्यधारा का केंद्र रहा है।

प्राचीन काल (Ancient Period)

काल/शासनप्रमुख बिंदु (परीक्षा हेतु)
प्रागैतिहासिक कालभीमबेटका (Bhimbetka): पुरापाषाण और मध्यपाषाण काल के शैलचित्र (Rock Paintings) मिले। इसे UNESCO विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया है।
महाजनपद कालMP क्षेत्र में दो प्रमुख महाजनपद थे: अवंती (राजधानी: उज्जैन) और चेदी (राजधानी: शुक्तिमती)
मौर्य साम्राज्यअशोक ने उज्जैन को प्रांत की राजधानी बनाया। साँची (Sanchi) का स्तूप (रायसेन) बौद्ध धर्म का केंद्र बना।
शुंग और सातवाहनशुंग वंश के संस्थापक पुष्यमित्र शुंग ने साँची स्तूप का विस्तार कराया।
गुप्त कालइसे कला और साहित्य का स्वर्ण युग कहते हैं। उदयगिरि गुफाएँ (विदिशा) और एरन अभिलेख (सागर) इसी काल के हैं।

मध्यकाल और रियासतें (Medieval Period & Princely States)

राजवंशमुख्य योगदान/केंद्र
चंदेलखजुराहो के मंदिर (छतरपुर) का निर्माण (नागर शैली)।
परमारकेंद्र: धार/उज्जैन। राजा भोज (भोपाल और भोजपुर मंदिर का निर्माण)।
कल्चुरीकेंद्र: त्रिपुरी (जबलपुर के पास)।
गोंडरानी दुर्गावती का शासन (जबलपुर-मंडला क्षेत्र)।
मराठा शक्ति18वीं सदी में सिंधिया (ग्वालियर) और होल्कर (इंदौर) ने प्रमुख रियासतें स्थापित कीं।

आधुनिक काल और पुनर्गठन (Modern Period & Reorganization)

  • 1857 की क्रांति: इस विद्रोह का नेतृत्व तात्या टोपे, रानी लक्ष्मीबाई (ग्वालियर में), और रानी अवंतीबाई (मंडला) ने किया।
  • राज्य का गठन: 1947 के बाद, मध्य भारत, विंध्य प्रदेश और भोपाल राज्य को मिलाकर 1 नवंबर 1956 को मध्य प्रदेश का गठन किया गया।
  • विभाजन: 1 नवंबर 2000 को MP से अलग करके छत्तीसगढ़ राज्य बनाया गया।

2. मध्य प्रदेश का भूगोल (Geography of MP)

MP की भौगोलिक स्थिति, नदियाँ, वन और खनिज यहाँ के पर्यावरण और अर्थव्यवस्था को निर्धारित करते हैं।

भौगोलिक स्थिति और भौतिक विभाजन

  • उप नाम: हृदय प्रदेश, नदियों का मायका, और टाइगर स्टेट
  • लैंडलॉक: MP एक भूआबद्ध (Landlocked) राज्य है, जो 5 राज्यों (UP, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान) से घिरा है।
  • भौतिक विभाजन:
    1. मध्य उच्च प्रदेश (Central Highlands): इसमें मालवा का पठार (सबसे बड़ा भाग), मध्य भारत का पठार, और बुंदेलखंड का पठार शामिल है।
    2. सतपुड़ामैकाल श्रेणी: राज्य का दक्षिणी भाग। धूपगढ़ (Dhoopgarh, 1350 मी.) यहाँ की और राज्य की सबसे ऊँची चोटी है।
    3. पूर्वी पठार: बघेलखंड का पठार

नदियाँ, जलवायु और वन

विशेषताविवरण (परीक्षा फोकस)
नर्मदा नदीMP की जीवन रेखा। उद्गम: अमरकंटकपश्चिम की ओर बहती है। इस पर धुआँधार जलप्रपात (भेड़ाघाट) स्थित है।
अन्य प्रमुख नदियाँचंबल, सोन, बेतवा (उत्तर/पूर्व की ओर बहती हैं), ताप्ती (पश्चिम की ओर बहती है)।
जलवायुमुख्यतः उष्णकटिबंधीय मानसूनी जलवायु (Tropical Monsoon Climate)
वन क्षेत्रMP में भारत का सर्वाधिक वन क्षेत्र है। यहाँ उष्णकटिबंधीय पर्णपाती वन पाए जाते हैं। प्रमुख वृक्ष सागौन (Teak) और साल (Sal) हैं।
वन्यजीव संरक्षणMP को टाइगर स्टेट’ कहा जाता है (सर्वाधिक बाघ)। प्रमुख राष्ट्रीय उद्यान: कान्हा किसली (पहला), बांधवगढ़, पेंच

खनिज संसाधन (Mineral Resources)

  • हीरा (Diamond): पन्ना (Panna) जिला भारत में हीरा उत्पादन का एकमात्र प्रमुख केंद्र है।
  • तांबा (Copper): मलाजखंड (बालाघाट) में भारत का सबसे बड़ा तांबा भंडार।
  • मैंगनीज: बालाघाट (भरवेली खदान) प्रमुख उत्पादक।
  • चूना पत्थर: सीमेंट उद्योग के लिए महत्वपूर्ण (जबलपुर, कटनी)।

3. मध्य प्रदेश की अर्थव्यवस्था (Economy of MP)

MP की अर्थव्यवस्था कृषि, खनिज और उद्योग के संतुलित विकास पर आधारित है।

कृषि और खाद्य प्रसंस्करण (Agriculture and Food Processing)

  • फसलों की स्थिति: MP भारत में दलहन (Pulses), तिलहन और गेहूँ (Wheat) का एक प्रमुख उत्पादक है।
  • सोयाबीन: MP को लंबे समय तक सोया स्टेट’ कहा जाता था, हालांकि अब महाराष्ट्र जैसे राज्यों से कड़ी प्रतिस्पर्धा है।
  • कृषि विकास: MP ने पिछले एक दशक में कृषि क्षेत्र में उच्च वृद्धि दर बनाए रखी है और कई बार कृषि कर्मण पुरस्कार जीता है।
  • सिंचाई: नर्मदा घाटी परियोजना और चंबल घाटी परियोजना सिंचाई और जलविद्युत के लिए महत्वपूर्ण हैं।

उद्योग और विनिर्माण (Industry and Manufacturing)

  • वाणिज्यिक राजधानी: इंदौर (Indore) को MP की वाणिज्यिक राजधानी माना जाता है।
  • ऑटोमोबाइल हब: पीथमपुर (Pithampur) (धार जिला) को भारत का डेट्रॉइट कहा जाता है, जो ऑटोमोबाइल और इंजीनियरिंग उद्योगों का केंद्र है।
  • विशेष उद्योग:
    • नेपानगर (Nepanagar): अखबारी कागज (Newsprint) कारखाना।
    • गोविंदपुरा (भोपाल): प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र।
    • टेक्सटाइल: इंदौर और उज्जैन।
  • औद्योगिक गलियारे: दिल्ली-मुंबई औद्योगिक गलियारे (DMIC) और अमृतसर-दिल्ली-कोलकाता औद्योगिक गलियारे (ADKIC) का लाभ MP को मिल रहा है।

सेवा क्षेत्र और पर्यटन (Services and Tourism)

  • पर्यटन: MP का पर्यटन सेवा क्षेत्र का एक प्रमुख आधार है।
    • विश्व धरोहर: खजुराहो, साँची, और भीमबेटका।
    • वन्यजीव पर्यटन: कान्हा, बांधवगढ़ (टाइगर सफारी)।
    • धार्मिक पर्यटन: उज्जैन (महाकालेश्वर), ओंकारेश्वर।
  • सूचना प्रौद्योगिकी (IT): इंदौर और भोपाल तेजी से IT और ITES (IT Enabled Services) हब के रूप में विकसित हो रहे हैं, जहाँ कई सॉफ्टवेयर और फार्मा कंपनियां स्थापित हुई हैं।
  • स्वास्थ्य और शिक्षा: ये क्षेत्र भी राज्य की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं।

यह पोस्ट आपको प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए MP के प्रमुख तथ्यों और विश्लेषणों का एक मजबूत आधार प्रदान करती है।

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