पादप जगत का यह विषय न केवल ज्ञानवर्धक है, बल्कि प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।
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पादप जगत (Plant Kingdom) पृथ्वी पर जीवन का एक विशाल और विविध समूह है। पादपों को उनकी शारीरिक संरचना, संवहनी ऊतकों (Vascular Tissues) की उपस्थिति और बीज उत्पादन की क्षमता के आधार पर मुख्य रूप से दो उप-जगतों (Cryptogams और Phanerogams) और पाँच प्रमुख वर्गों में वर्गीकृत किया गया है।

इस विस्तृत पोस्ट में, हम पादप वर्गीकरण के प्रत्येक वर्ग की मूलभूत विशेषताओं और उनके उदाहरणों को समझेंगे।
1. अपुष्पी पौधे (Cryptogams)
ये ऐसे पौधे हैं जिनमें बीज, फूल या फल नहीं होते हैं। इनके प्रजनन अंग छिपे हुए होते हैं।
A. थैलोफाइटा (Thallophyta)
- मूलभूत विशेषताएँ:
- इनका शरीर जड़, तना और पत्तियों में विभेदित नहीं होता है। शरीर एक अविभेदित थैलस (Thallus) जैसा होता है।
- इनमें संवहनी ऊतक (Vascular Tissues)—जाइलम (Xylem) और फ्लोएम (Phloem)—अनुपस्थित होते हैं।
- ये मुख्य रूप से जलीय होते हैं।
- उदाहरण (Examples):
- शैवाल (Algae): जैसे स्पाइरोगाइरा (Spirogyra), यूलोथ्रिक्स (Ulothrix), क्लैमाइडोमोनास (Chlamydomonas)।
- कवक (Fungi) को पहले इसी समूह में रखा जाता था, लेकिन अब उन्हें एक अलग जगत (Kingdom Fungi) में रखा गया है।
B. ब्रायोफाइटा (Bryophyta)
- मूलभूत विशेषताएँ:
- इनके शरीर में पत्ती जैसी संरचनाएँ और तने जैसी संरचनाएँ होती हैं, लेकिन वास्तविक जड़, तना और पत्तियाँ नहीं होती हैं।
- इनमें भी संवहनी ऊतक अनुपस्थित होते हैं।
- इन्हें ‘पादप जगत का उभयचर (Amphibians of Plant Kingdom)’ कहा जाता है, क्योंकि ये भूमि पर तो रहते हैं, लेकिन प्रजनन के लिए इन्हें जल की आवश्यकता होती है।
- उदाहरण (Examples):
- मॉस (Moss): जैसे फ्यूनारिया (Funaria), पॉलीट्राइकम (Polytrichum)।
- लिवरवर्ट (Liverwort): जैसे मार्केंशिया (Marchantia)।
C. टेरिडोफाइटा (Pteridophyta)
- मूलभूत विशेषताएँ:
- ये पहले स्थलीय पौधे थे, जिनमें वास्तविक जड़, तना और पत्तियाँ विकसित हुईं।
- ये पहले ऐसे पौधे हैं जिनमें संवहनी ऊतक (जाइलम और फ्लोएम) उपस्थित होते हैं।
- इनमें बीज नहीं बनते हैं। इन्हें संवहनी अपुष्पी (Vascular Cryptogams) भी कहा जाता है।
- उदाहरण (Examples):
- फर्न (Ferns): जैसे नेफ्रोलेपिस (Nephrolepis)।
- हॉर्सटेल (Horsetails): जैसे इक्वीसिटम (Equisetum)।
2. पुष्पी पौधे (Phanerogams)
ये ऐसे पौधे हैं जिनमें पूर्ण रूप से विकसित प्रजनन संरचनाएँ, यानी बीज होते हैं।
D. जिम्नोस्पर्म (Gymnosperms)
- मूलभूत विशेषताएँ:
- ये बीज उत्पादक पौधे हैं, लेकिन इनके बीज अनावृत (Naked) होते हैं, यानी फल के अंदर बंद नहीं होते हैं।
- ये सदाबहार, बहुवर्षीय और काष्ठीय (Woody) होते हैं।
- इनके जाइलम में वाहिकाएँ (Vessels) अनुपस्थित होती हैं।
- अर्थ: ‘जिम्नो’ का अर्थ ‘नग्न’ और ‘स्पर्मा’ का अर्थ ‘बीज’ होता है।
- उदाहरण (Examples):
- पाइन (Pine): पाइनस (Pinus)
- देवदार (Deodar): सेड्रस (Cedrus)
- साइकास (Cycas)
- सिल्वर फ़र्न (Silver Fern): गिंक्गो बिलोबा (Ginkgo Biloba)
E. एंजियोस्पर्म (Angiosperms)
- मूलभूत विशेषताएँ:
- ये सबसे विकसित पादप समूह हैं। इन्हें पुष्पी पौधे (Flowering Plants) भी कहा जाता है।
- इनके बीज फल या अंडाशय (Ovary) के अंदर आवृत्त (Covered) होते हैं।
- इनके प्रजनन अंग पुष्प (Flower) में विकसित होते हैं।
- इनके जाइलम में वाहिकाएँ (Vessels) उपस्थित होती हैं।
- उप–विभाजन:
- एकबीजपत्री (Monocots): जिनके बीज में एक ही बीजपत्र होता है। (जैसे: चावल, गेहूँ, मक्का)।
- द्विबीजपत्री (Dicots): जिनके बीज में दो बीजपत्र होते हैं। (जैसे: मटर, चना, सेम)।
- उदाहरण (Examples):
- आम, गुलाब, नीम, गेहूँ, मटर आदि।
पादप वर्गीकरण पर 20 महत्वपूर्ण प्रश्न
| क्र. | प्रश्न (Question) | उत्तर (Answer) |
| 1. | पादप जगत को मुख्यतः कितने वर्गों में बाँटा गया है? | पाँच (थैलोफाइटा, ब्रायोफाइटा, टेरिडोफाइटा, जिम्नोस्पर्म, एंजियोस्पर्म)। |
| 2. | किस पादप वर्ग को ‘पादप जगत का उभयचर’ कहा जाता है? | ब्रायोफाइटा। |
| 3. | ‘थैलस’ जैसी अविभेदित शारीरिक संरचना किस वर्ग की विशेषता है? | थैलोफाइटा। |
| 4. | शैवाल किस वर्ग से संबंधित हैं? | थैलोफाइटा। |
| 5. | संवहनी ऊतक (जाइलम/फ्लोएम) किस वर्ग में पहली बार विकसित हुए? | टेरिडोफाइटा। |
| 6. | किस वर्ग के पौधे में बीज नग्न (Naked) होते हैं? | जिम्नोस्पर्म। |
| 7. | पुष्पी पौधे (Flowering Plants) किस वर्ग के अंतर्गत आते हैं? | एंजियोस्पर्म। |
| 8. | द्विबीजपत्री (Dicots) पौधे किस वर्ग का हिस्सा हैं? | एंजियोस्पर्म। |
| 9. | मॉस (Moss) और लिवरवर्ट किस वर्ग के उदाहरण हैं? | ब्रायोफाइटा। |
| 10. | फर्न (Fern) किस वर्ग से संबंधित है? | टेरिडोफाइटा। |
| 11. | पाइनस (Pinus) और साइकास (Cycas) किस वर्ग के उदाहरण हैं? | जिम्नोस्पर्म। |
| 12. | किस वर्ग के पौधों में वास्तविक जड़, तना और पत्तियाँ अनुपस्थित होती हैं? | थैलोफाइटा। |
| 13. | थैलोफाइटा में प्रजनन अंग कैसे होते हैं? | छिपे हुए (Cryptogams)। |
| 14. | टेरिडोफाइटा को और किस नाम से जाना जाता है? | संवहनी अपुष्पी (Vascular Cryptogams)। |
| 15. | ब्रायोफाइटा को प्रजनन के लिए किसकी आवश्यकता होती है? | जल। |
| 16. | एंजियोस्पर्म का सबसे मुख्य प्रजनन अंग क्या है? | पुष्प (Flower)। |
| 17. | एकबीजपत्री पौधे का एक उदाहरण दें। | गेहूँ/मक्का/चावल। |
| 18. | जिम्नोस्पर्म के जाइलम में क्या अनुपस्थित होता है? | वाहिकाएँ (Vessels)। |
| 19. | पादप जगत के किस समूह को ‘Phanerogams’ कहा जाता है? | जिम्नोस्पर्म और एंजियोस्पर्म (पुष्पी/बीज उत्पादक पौधे)। |
| 20. | पौधों के शरीर को थैलस क्यों कहा जाता है? | क्योंकि यह जड़, तना और पत्तियों में विभेदित नहीं होता है। |